Indian sex stories - भारतीय चूदाई की कहानियां हिंदी

 मै आरव हु । मेरी उम्र 25 साल है। जब मैं 21 साल का था तब, मेने मेरे पड़ोस मे रहने वाली खूबसूरत आंटी की चूदायी की । उनकी उम्र अभी 42 है। उस समय वो 38 की होगी । इसके बारे में थोड़ा और बताने के लिए कहानी में थोड़ा और पहले ले चलता हूं


पड़ोस वाली आंटी जो है वो दिखने मे बहुत हॉट है । उनकी गांड़ बहुत बड़ी है और मुझे बड़ी गांड़ वाली आंटी बहुत पसंद आती हैं इसलिए मुझे वो बहुत ज्यादा पसंद है। उनका एक लड़का है उसकी उम्र 10 साल होगी वो हमारे घर खेलने आता था। तो एक दिन में मेरे रूम में कंप्यूटर पर पोर्न चालू कर के अपना लन्ड हिला रहा था । और वो उनके लड़के को ढूंढने आई और उन्होंने खिड़की से मुझे देख रही थी। पर मुझे इसका पता नही था जब मेरा पानी निकल गया और वो वहा से हटी तब मुझे पता चला कोई देख रहा था । तभी उन्होंने उनके लड़के को आवाज लगाई में समझ गया उन्होंने मुझे हिलाते हुए देख लिया। 

अगले दिन से उनका व्यवहार एक दम से बदल गया जैसे वो मुझसे अभी चूदना चाहती है आखों मे आंखे डाल कर बात करने लग गई और आंखे हटाती नही मुझे शर्म आने लग जाती थी वो धीरे धीरे मेरे करीब आ रही थी।

मेरे मन में हमेसा से उनको चोदने का था जब वो ऐसे बाते करती मुझसे तो मुझे बड़ा मजा आता था धीरे धीरे बाते बड़ी वो छोटे छोटे बहाने से उनके घर बुलाने लगी में बस इस मौके की तलाश में था कब यह अकेली मिले और में चूदाई करू। 

मुझे जब मौका मिलता में उनके घर चला जाता जब वो काम करती तब में उनकी गांड़ देखता और मन करता अभी पीछे से पकड़ लू और जुका के अपने लन्ड उनकी गांड़ में डाल दू । पर उनका लड़का वही रहता था तो फिर में घर आकर उनकी गांड़ को याद करके लन्ड हिलाता था। 

फिर एक दिन मम्मी ने बोला जा उनके घर से गेहूं ले आ मेने कॉल कर दिया है उन्होंने कहा आरव को भेजो ले जाएगा। में तो खुश हो गया मुझे तो मौका चाहिए उनके करीब जाने का में गया गेट खुला ही था अंदर गया जैसे ही अंदर गया और वो साइड से आई और गले लगके मेरे गांड़ पर मारी धीरे से बोली बहुत दिनो बाद दिखे हो, तभी ऐसे पास ही थी मेरे शरीर मे ऐसे कपकपी हो रही थी मुझे कुछ समझ नही आया और मेने एक हाथ उनकी गांड़ पर रख दिया । मानो जैसे मुझे जन्नत मिल गई हो बहुत देर तक कुछ समझ नही आया में हाथ गुमा रहा था उनकी गांड़ पर और वो कुछ बोलती उससे पहले मेने उनको किस कर दिया होठ पर और उनको पीछे दीवार पर चिपका दिया और अब मेरे दोनो हाथ उनकी गांड़ सहला रहे थे और में उनको किस कर रहा था।

फिर उन्होंने एक हाथ से मेरा लुंड पकड़ा और दबाया जोर से पर में रुका नही फिर वो मेरे लुंड को सहलाने लग गई और उस समय मुझसे बिल्कुल भी रहा नही जा रहा था । मेने उनको नीचे बिठाया और अपना लन्ड निकाल कर उनके मुंह मे रख दिया और जैसे वो मेरे लन्ड को चूसने लगी मेने उनके बाल पकड़े और मेरा पूरा लन्ड उनके मुंह में डाल दिया।

और तेज तेज हिलाने लगा उस समय सेक्स मेने दिमाग में चढ़ गया था मेने उनको उठाया और बेड पर जुकाया और उनकी साड़ी को ऊपर किया अब उनकी बड़ी नंगी गांड़ मेरे सामने थी मेने उनकी गांड़ के छेद पर अपनी जुबान रखी और पागलों के जैसे चाटने लगे वो सिसकियां ले रही रही पहले ऐसे किसी ने नहीं चाटी थी अब मेने अपनी 2 उंगलियां उनके मुंह में डाली और वो उगलियो को चूसने लगी फिर वो उंगलियां मेने मेरे मुंह डाली और में चूसने लगा अब मेने मेरी गीली उंगलियों को उंगली गांड़ के छेद पर रखा और धीरे धीरे अंदर डालने लगा उनको मज़ा आ रहा रहा अब मेने मेरे लन्ड को उनकी गांड़ k छेद पर रखा और एक जटका मारा और पूरा अंदर वो जोर से चीखी में रुक गया फिर मेने पूछा अब दर्द कम हुआ तो उन्होंने कहा अब मत रुको मेने उनकी छोटी पकड़ी और तेज तेज गांड़ मारने लगा।

और वो आह आह आह की आवाजे निकलने लगी और फिर मेने गांड़ से लन्ड निकाल कर उनसे चुसवाया। वापस जुकाया बेड पर और वापस तेज तेज चोदने लगा अब बहुत देर बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मेने लुंड उनके मुंह में डाला और सारा पानी निकाल दिया। 


फिर जैसे मेरे दिमाग से सेक्स का भूत उतरा फिर लगा यह क्या हो गया पर आंटी ने कुछ नही बोला हमने कपड़े पहने और फिर आंटी ने बोला एक दिन मेने तुमको देखा था हिलाते हुए तब से मुझे चूदना था तुमसे और आज यह तमन्ना पूरी हो गई। 

तभी मम्मी का कॉल आगया की बहुत देर हो गई आया नही तो मेने बोला यह चाय बनाने लग गई तो रुक गया आ रहा हु।

फिर में घर आ गया और उस रात तो नींद नही आई मुझे 

और अब तो हमे जब मौका मिलता है चूदाई करते हैं। 


आपको यह स्टोरी कैसी लगी कॉमेंट करके बताए। 

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